नागपूर | अजिंक्य महाराष्ट्र न्यूज | संपादक : संतोष लांडे
“संभाग स्तरीय विलुप्त लोक एवं जनजातीय कला उत्थान महोत्सव” का हुआ रंगारंग शुभारंभ.
गोंधळ, लावणी इत्यादि लोक नृत्यों की हुई रंगारंग प्रस्तुति संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर द्वारा दिनांक 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर 2024 के दरम्यान शाम 6.30 बजे “संभाग स्तरीय विलुप्त लोक एवं जनजातीय कला उत्थान महोत्सव” का आयोजन किया जा रहा है| इस महोत्सव का उद्घाटन दिनांक 2 अक्टूबर 2024 को मुख्य अतिथि मा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी के शुभहस्ते दीपप्रज्वलन कर हुआ| इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप मे मा. वरिष्ठ शास्त्रीय नृत्य गुरु श्री मदन पांडे व वरिष्ठ पेंटिंग कलाकार श्री प्रमोद बाबु रामटेके की उपस्थिती थी| केंद्र की ओर से अथितियों का स्वागत केंद्र के सहायक निदेशक (कार्यक्रम) श्री दीपक कुलकर्णी द्वारा शॉल, स्मृति चिन्ह एवं पुष्प गुच्छ देकर किया गया| मा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी ने सभी कलाकारो को सम्मानित किया| इसके पश्चात मा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी ने पेंटिग प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया|
कार्यक्रम के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए मा. केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी ने कहा की अनेकता मे एकता यही हमारी विशेषता है| और सभी कलाकारो को विभिन्न आयोजनों के माध्यम से मान सम्मान दिलाने का कार्य दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर द्वारा निरंतर किया जा रहा है| यह अत्यंत सराहनीय है ऐसा कहते हुए उन्होने केंद्र को एवं कलाकारों को शुभकामनाएँ दी|
कार्यक्रम का प्रारंभ देवी के गोंधळ की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति से हुआ| यह प्रस्तुति श्री आनंद खडसे (कुही) एवं समूह द्वारा दी गई| इसके पश्चात श्रीमती रितु बहादुरे (उमरेड) एवं समूह द्वारा रंगारंग लावणी की प्रस्तुति हुई| महोत्सव मे श्री सुरेश घोरे (नागपुर) एवं समूह द्वारा चिटकोर नृत्य, श्रीमती संगीता टेकाडे (नागपुर) द्वारा एकल नकल, श्री रामनाथ पारधीकर (भंडारा) एवं समूह द्वारा दंडार एवं श्री राजूजी भोयर एवं समूह द्वारा खड़ी गम्मत की प्रस्तुतियाँ दी गई| कार्यक्रम सूत्रसंचालन श्रीमती रश्मी कवीश्वर ने किया|
प्रथम दिन महोत्सव मे भारी संख्या मे दर्शको की उपस्थिती रही| इस महोत्सव मे प्रतिदिन नागपुर संभाग के विभिन्न पारंपरिक, लोक और आदिवासी कलाओं की सुंदर प्रस्तुतियाँ शाम 6.30 बजे से दी जाएगी| और पेंटिग प्रदर्शनी महोत्सव के दरम्यान सुबह 11 से रात्री 8 बजे तक दर्शको के देखने के लिए खुली रहेंगी.
